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वो नबियों के सरदार मोहम्मद नाम का उनका....

वो नबियों के सरदार मोहम्मद नाम का उनका....

मुंगरा बादशाहपुर में ईद मिलादुन्नबी पर निकला जुलूस-

दो दिवसीय जलसे में अंजुमन कमेटियों ने नात पेश किया-
मुंगरा बादशाहपुर। नगर के बुधवार देर रात को जश्न ए ईद मिलादुन्नबी जलसा खुशनुमा माहौल में हुआ। दो दिवसीय जलसे के पहले दिन विभिन्न अंजुमन कमेटियों ने नात पेश किया। मछली शहर रोड स्थित डॉ मुस्ताक अहमद के आवास के पास से जुलूस निकाला गया। जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ मोहल्ला सराय में जाकर समाप्त हुआ। जुलूस के आगे अंजुमन कमेटी के लोग नातिया व कलाम पढ़ते हुए चल रहे थे। जलसे में मंसूरी, हुसैनिया, गुलामे ए रसूल, दीनी व अंजुमन नूरी सहित दस से अधिक बाहरूनी व अंदरूनी तथा मुखानी 
  अंजुमनों ने शिरकत की।  अंजुमन दीनी टीम में आज़म राईन द्वारा पेश वह नबियों के सरदार मोहम्मद नाम उनका.. सुनाकर वाहवाही  बटोरी। अंजुमन टीम में मोहर्रम अली के द्वारा पेश नात ने जमीं सजाई गई आसमां संवारा गया फिर उसके बाद कहीं आपको उतारा गया ने सबके दिलों को छू लिया।अतहर जिया , फहद राईन, जावेद अहमद ,खुर्शीद आलम, शब्बीर ,व नफीस अहमद ने भी नात पेश की। कमेटियों की ओर से लगे स्टालों पर नात पेश करने वाले अंजुमन टीमों को पुरस्कार देकर नवाजा गया। हिंदू, मुस्लिम कौमी एकता के प्रतीक के रूप में अंजुमन गुलामे ए मुस्तफा मछली शहर रोड व अंजुमन मंसूरिया मोहल्ला सिपाह रोशनी कमेटी के गेट पर लगाए गए राष्ट्रीय

ध्वज तिरंगा की एक स्वर से लोगों ने तारीफ की। विद्युत राडो ,व टिमटिमाते  रंग-बिरंगी झालरों से समोच्च नगर सजाया गया था ऐसा प्रतीत हो रहा था। कि मानो कि नूर बारिश हो रही हो। जुलूस को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए सीओ मछली शहर अतर सिंह तथा थाना प्रभारी रमेश यादव ने कड़ा बंदोबस्त किया था। अतिथि के रूप में सभासद आलोक कुमार गुप्ता (पिंटू) व आर्किटेक्ट उमाशंकर गुप्ता ने विभिन्न अंजुमन कमेटीयों के गेटों पर पहुंच कर अंजुमन कमेटियों का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान सभासद आलोक गुप्ता ने कहा कि मोहम्मद साहब ने सारी दुनिया को शांति का पैगाम दिया है। साथ ही देश में हिंदू, मुस्लिम ,सिख एवं ईसाई धर्म आपस में सिर्फ सद्भाव का पैगाम देते हैं। उसे के बीच देर रात तक समूचा कस्बा नबी नबी की धूम से गूंजता रहा। इस अवसर पर अंजुमन सदर तहसीलमूलहक बन्ने, चांद बाबू, लंबू नेता, शमशेर अली, आसिफ जरदारी, फरान, सलमान, अंसार अली, तमजीद अशरफ, हाजी मेराज मोहम्मद सैफ, अफाक यार खां, मोहम्मद अकरम मोहम्मद मकसूद व शब्बीर आदि लोग ने जलसे को सकुशल संपन्न कराने में सहयोग किया।

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